हालात से लड़कर तकदीर बदलने का इरादा रखते है ! हम तुफानो में भी कश्ती उतारने का हौसला रखते है !! बाजू काटकर , हमे कमज़ोर ना समझ, ए नासमझ , हम ताकत अपने हाथों में नहीं , जिगर में रखते है !!
मित्र , ब्लोग्गिंग की इस अद्भुत दुनिया में आपका स्वागत है, नियमित रूप से लेखन और पठन करें , आगे के लिए शुभकामनाएं। मित्र अजय जी ने आपके ब्लोग तक पहुंचाया , आगे से खुद पहुंच जाए सो फ़ौलोवर बन गए अजय कुमार झा
आपका ब्लॉग जगत में ह्रदय से स्वागत है | बहूत सुन्दर कविता के भाव है आज" राष्ट्रीय युवा दिवस "है ऐसी ही युवा शक्ति अपने इरादों से सुखद परिवर्तन ला सकती है | आभार
दिपायन जी, अजय जी से आपके ब्लाग की जानकारी मिली, आपका ब्लाग जगत में बहुत-बहुत स्वागत है, सुन्दर शब्दों के साथ बेहतरीन अभिव्यक्ति, शुभकामनाओं के साथ बधाई ।
इस नए वर्ष में नए चिट्ठे के साथ आपका ब्लॉग जगत में स्वागत है .. आपकी भावनाएं बहुत अच्छी है .. बढिया अभिव्यक्ति भी है आपकी .. आप बहुत नाम यश प्राप्त करते हुए अपने लक्ष्य में कामयाब हों .. हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं !!
हालात से लड़कर तकदीर बदलने का इरादा रखते है ! हम तुफानो में भी कश्ती उतारने का हौसला रखते है !! बाजू काटकर , हमे कमज़ोर ना समझ, ए नासमझ , हम ताकत अपने हाथों में नहीं , जिगर में रखते है !! Ye housala bana rahe sadaivye hee dua hai .......
दिपायन कंठा जी,
ReplyDeleteयह जानकार खुशी हुई कि आप अजय जी के मित्र है इस ब्लॉग मंडली में आपका तहे दिल से स्वागत है !
मित्र , ब्लोग्गिंग की इस अद्भुत दुनिया में आपका स्वागत है, नियमित रूप से लेखन और पठन करें , आगे के लिए शुभकामनाएं। मित्र अजय जी ने आपके ब्लोग तक पहुंचाया , आगे से खुद पहुंच जाए सो फ़ौलोवर बन गए
ReplyDeleteअजय कुमार झा
आपका ब्लॉग जगत में ह्रदय से स्वागत है |
ReplyDeleteबहूत सुन्दर कविता के भाव है आज" राष्ट्रीय युवा दिवस "है ऐसी ही युवा शक्ति अपने इरादों से सुखद परिवर्तन ला सकती है |
आभार
दिपायन जी, अजय जी से आपके ब्लाग की जानकारी मिली, आपका ब्लाग जगत में बहुत-बहुत स्वागत है, सुन्दर शब्दों के साथ बेहतरीन अभिव्यक्ति, शुभकामनाओं के साथ बधाई ।
ReplyDeleteआपके हाथों की मजबूती जानकर प्रसन्नता हुई।
ReplyDeleteअब एक नया मुहावरा बन गया है
हाथों में जिगर रखना
इसका अर्थ आप ही बतलायेंगे
या हमें किसी और से पूछने
के लिए रवाना होना होगा।
स्वागत है आप का ,हमारी दुनिया में
ReplyDeleteस्वागत है आपका , बहुत उर्जावान रचना....बधाई
ReplyDeleteइस नए वर्ष में नए चिट्ठे के साथ आपका ब्लॉग जगत में स्वागत है .. आपकी भावनाएं बहुत अच्छी है .. बढिया अभिव्यक्ति भी है आपकी .. आप बहुत नाम यश प्राप्त करते हुए अपने लक्ष्य में कामयाब हों .. हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं !!
ReplyDeleteअजयजी के माध्यम से आपके ब्लॉग के बारे में जानकारी मिली । रचना मे अद्भुत ताज़गी है। शुभकामनाएं।
ReplyDeleteहार्दिकं शुभ कामनाएं स्वीकारिये जी
ReplyDeletesabhi rachnayen sunder.
ReplyDeleteआपका हार्दिक स्वागत है। बस इस उत्साह को बनाये रखिये।
ReplyDeleteअजय कुमार जी तो मार्ग दर्शन करते ही रहेंगे।
शुभकामनायें।
हिंदी ब्लॉगजगत में आपका स्वागत है |
ReplyDeleteआपका स्वागत है |
ReplyDeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteBaadal ko aage aur aage jaane do
ReplyDeleteHum toh baarish par nazar rakhte hai......
Samundar mai toofan aksar aate hai
Hum phir bhi mauzo par kashti rakhte hai......
Darakht par bhi dhoop ka asar hota hoga
Baawzud isske woh hum par saaya rakhte hai....
दीपायन भाई आप का स्वागत है अजय जी द्वारा आप के ब्लॉग का पता मिला !
ReplyDeleteबाजू काटकर , हमे कमज़ोर ना समझ, ए नासमझ ,
ReplyDeleteहम ताकत अपने हाथों में नहीं , जिगर में रखते है ...
बहुत खूब .. लाजवाब लाइने हैं ...... जुनून बढ़ाती ..... जोश उठाती ........
हालात से लड़कर तकदीर बदलने का इरादा रखते है !
ReplyDeleteहम तुफानो में भी कश्ती उतारने का हौसला रखते है !!
बाजू काटकर , हमे कमज़ोर ना समझ, ए नासमझ ,
हम ताकत अपने हाथों में नहीं , जिगर में रखते है !!
Ye housala bana rahe sadaivye hee dua hai .......
रचना मे अद्भुत ताज़गी है। शुभकामनाएं।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया .....
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